فرهنگ و هنر
مقام های فرهنگی ايران و تاجيکستان، «شاهنامه» را بستری مناسب برای برنامه ريزی منسجم و درازمدت فرهنگی عنوان کردند.
Рӯдакӣ на танҳо падари шеъри форсӣ, балки бунёдгузори хотираи эҳсосии забони порсӣ дониста мешавад.